नहीं हैं आज वो समक्ष मेरे बेहद आती है उनकी याद ज़हन में अब भी ताज़ा हैं वो पल जो बिताए थे उनके साथ। (अनुशीर्षक में पढ़ें) नहीं हैं आज वो समक्ष मेरे बेहद आती है उनकी याद ज़हन में अब भी ताज़ा हैं वो पल जो बिताए थे उनके साथ। कितना प्यार मिला उनसे उसका नहीं दे सकती मैं हिसाब उनके प्रेम का वर्णन करने लगूँ