ठाकूर जी की तारीफ़ करूँ कैसे, मेरे शब्दो मेँ इतना ज़ोर नहीं, सारी दुनिया में जाकर ढूँढ लेना, मेरे ठाकूर जी जैसा कोई और नही ह्र्दय से ठाकूर जी का सुमिरन किया तो आवाज़ राधेरानी तक जाएगी, राधेरानी ने जो सुन ली हमारी, तो हर बिगड़ी ही बन जाएगी!! श्री वृन्दावन बिहारी लाल की जय🚩 सुप्रभात