अपने जाने माने शहर से एक अनजान शहर की तरफ तो सुनिए कुछ ऐसा रहा मेरा उस दिन का सफर, सब कुछ नया और बड़ा मनभावन सा लग रहा है, इस खिड़की से आती हवा का झोंका मेरे मन को लुभा रहा है, ये है मेरा सफरनामा जो मुझे बाहर की दुनिया दिखा रहा है। कभी गहरी खाई पर बनी पुलिया के ऊपर से तो कभी पहाड़ों के बीच बनी पुलिया के अंदर से, ट्रेन का पहिया इस सफर की धमक बता रहा है, ये है मेरा सफरनामा जो मुझे बाहर की दुनिया दिखा रहा है। पहाड़ों के बीच से निकलता,वो सुबह का लाल सूरज, अंधेरे की किरणों को छांटकर बाहर निकली वो किरण अपनी छुअन से यूं लगे प्यार से सहला रहा है, ये है मेरा सफरनामा जो मुझे बाहर की दुनिया दिखा रहा है। ©Reeju Kamboj कुछ ऐसा है सफर....... #Nojoto #nojitohindi #Safrnama #Poetry #poem #sunrays Poonita Sharma pooja sharma Sambhabana Samayara Bhardwaj Only Budana kiran ke kalam se