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भरोसा उठ गया रब से आज, कोई चला गया अंदर ही अंदर रो

भरोसा उठ गया रब से आज,
कोई चला गया अंदर ही अंदर रो के आज।

यू तो हमारा कोई रिश्ता नहीं,
पर लग रहा अपना ही शरीर टूट गया आज।

ज़मीन से आसमां तक चला था वो,
सपनो को हक़ीक़त बनाया था वो,
समा गया खुद ही आसमां में वो आज।

ये ज़िन्दगी कुछ रास नही आता अब,
आये भी क्यो...
पैसा,शोहरत,रुतबा,
क्या नही था उसके पास आज।

इरफ़ान भाईजान काम थे जो,
निकल लिया तू भी आज।

©amanmaniac #SushantSinghRajput #RIP #Life #amandeep
भरोसा उठ गया रब से आज,
कोई चला गया अंदर ही अंदर रो के आज।

यू तो हमारा कोई रिश्ता नहीं,
पर लग रहा अपना ही शरीर टूट गया आज।

ज़मीन से आसमां तक चला था वो,
सपनो को हक़ीक़त बनाया था वो,
समा गया खुद ही आसमां में वो आज।

ये ज़िन्दगी कुछ रास नही आता अब,
आये भी क्यो...
पैसा,शोहरत,रुतबा,
क्या नही था उसके पास आज।

इरफ़ान भाईजान काम थे जो,
निकल लिया तू भी आज।

©amanmaniac #SushantSinghRajput #RIP #Life #amandeep
amandeep3012

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