बातो की गहराईयों को हकीकत के अफसाने को शब्दों के फसाने को तुम समझते नहीं आंखों की शर्माहट को पलके झुकाने को काजल लगाने को तुम समझते नहीं बिन बात मुस्कुराने को होठों की लाली को चेहरे की किलकारी को तुम समझते नहीं... #तुमसमझतेनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #mk_albums #yqhindi #yqbaba