जिंदगी में वो संगीत की तरह ही तो थी। स्वरलहरियों के समान जीवन के हर गीत पर गाती, थिरकती मेरे जीवन को संगीतमय बनाती थी। जीना उसी ने मुझे सिखाया था। हम साथ में संगीत सीख रहे थे। रोज़ साथ में रियाज़ करना, रियाज़ के बाद इंस्टिट्यूट की कैंटीन में चाय की चुस्कियों के साथ न जाने कितने ही नग्में गाते गुनगुनाते ज़िंदगी झूमती गाती बीत रही थी। मै खुश था वो मेरे साथ थी, और उसका सपना था मुझे संगीत जगत में शिखर तक पहुँचते हुए देखने का। ईश्वर से यही माँगती थी मेरे लिए वो और मै!! मै उसे मांगता था। परन्तु ईश्वर कहाँ सुनता है वो तो वही करता है जो उसकी इच्छा होती है वो दिन मै कभी नहीं भूल पाऊंगा, हम दोनों रियाज़ कर रहे थे गाते-गाते उसकी सांस रुक गई, दिल ने धड़कना बंद कर दिया, और मै कुछ न कर पाया..आज मेरी संगीत जगत में एक पहचान है। मैंने उसके हर सपने को साकार किया है लेकिन उसकी कमी मेरी ज़िंदगी में हमेशा रहेगी... #shortstory #laghukatha #nojotostory #nojotolove #nojotomusic #nojoto