दिल की लगी दुआ है! क्या कभी इश्क़ हुआ है? लोग हारने को खेलते हैं ये जिंदगी का ऐसा जुआ है! उस आदमी ने शुरुआत, फिर शराब, बांटी, एक बोतल नयी, दूसरी पुरानी। अब मेरी बारी थी, न तो जवाब की खास तैयारी थी, न उस स्तर की समझदारी थी, पर बोतलों की जुगलबंदी ने ठंडे लोहे की इस रीढ़ को झुका डाला था, याद आया कि संसार में पहली बार पीने वाला वो कोई कंगाल लाला था, भले ही उसकी तिजोरी में भी ताला था। बोतलें बस इतना भर करती हैं, बचाती बचाती लाती हैं और सीधा लीवर में गिराती हैं। तबियत से घूँट लगाता कुछ जज्बाती था, ले भाई इस दुल्हन को लेकर, मेरा दिल दिमाग और पेट बाराती था। और भाई आगे से मंडप, जनवासे की दीवार मत चाटना, दुल्हन को ले बेबस हो तभी बोतलें बाँटना। www.amazon.com/author/harshranjan #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqchallenge #collab