मै भी हक़दार हूँ ख़ुशियों तुम्हारा। मुझ संग आकर भी प्रीत लगाओ तुम बिन हूँ जैसे मै खारा समन्दर आकर मुझमे तुम कभी डूब जाओ। मै भी हक़दार हूँ ख़ुशियों तुम्हारा। मेरे घर की ओर भी क़दम बढ़ाओ। हरकोई खोज रहा है हर जगह तुम्हे। तुम आकर मेरी ही ज़िंदगी मे छुप जाओ। लग गया ज़िन्दगी को चंद्रग्रहण मेरी। आकर मेरे क़िस्मत से चंद्रग्रहण हटाओ। Gori Suresh Gulia Pratibha Tiwari(smile)🙂 Satya Prakash Upadhyay smita 💔ishu