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जब झांका मैंने निकल कर, अतीत की सुरंग से, कोई और न

जब झांका मैंने निकल कर, अतीत की सुरंग से,
कोई और नहीं सिर्फ मेरा साया साथ था।
वो धुंधला सा चेहरा अब भी याद है,
जब किसी वक्त में वो मेरे साथ थी और मै उसके साथ था। बारंबार गुज़रना होता है 
अतीत की सुरंग से।
#सुरंग #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi# mumun Upadhyay
#sahiba ansari
जब झांका मैंने निकल कर, अतीत की सुरंग से,
कोई और नहीं सिर्फ मेरा साया साथ था।
वो धुंधला सा चेहरा अब भी याद है,
जब किसी वक्त में वो मेरे साथ थी और मै उसके साथ था। बारंबार गुज़रना होता है 
अतीत की सुरंग से।
#सुरंग #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi# mumun Upadhyay
#sahiba ansari