"अंजान से जाने- पहचाने बने, दोस्ती हुई, प्यार हुआ, ज़िद्द बने, जरूरत बन बैठे, अब जरूरत खत्म सी हो गयी, ज़िद्द भी पुरा सा हो गया, प्यार भी अब हल्का- हल्का सा खोने लगा है, दोस्ती का असर भी अब कम होने लगा है, जान- पहचान भी अपनी आखरी कगार पर... फिर देखो बन गए अजनबी... फिर देखो हम अंजान बन बैठे! " -mintu sahu(joy) #Nojoto #nojohindi #nojotoquote #Love #ektarfaapyaar #follow #Like #share #message