पैर मेरे पाज़ेब बने हैं, रूह मेरी इक़तारा आसमान के रंग ओढ़ के फिरता में बंजारा फिरन है मेरा पैराहन, राहें मेरे पैर जो मिल जाए वो है अपना, जो नहीं मिला वो गैर चुटकी में रखता हूँ अपनी मैं जहान ये सारा पैर मेरे पाज़ेब बने हैं, रूह मेरी इक़तारा चेहरे पर मेरे मढ़ी हुई हैं, तारों की टेढ़ी चाल माथे पर सील कर के अपने, मैं घोड़े की नाल लहर लहर सागर जीत हूँ, साहिल नहीं दुबारा पैर मेरे पाज़ेब बने हैं, रूह मेरी इक़तारा पैर मेरे पाज़ेब बने हैं, रूह मेरी इक़तारा आसमान के रंग ओढ़ के फिरता में बंजारा #main_kaun_tu_khamakhan #मै_कौन_तू_खाँमखाँ #bajnara #बंजारा #kavishala #hindinama #tassavuf