ढोळ, नगाडा, ढफ बजावणै रो चंग की थाप पै धमाळ गावणै रो मौसम पापड़,चिप्स, गुजिया बनावणै रो सारै बैर भुळा कै,सबनै गळै ळगावणै रो बांसती रंग मै नहावणै रो आयो महणो फागण रो..!! होली री राम राम सा आज होलिका दहन रे पावण तिंवार री आप सबनै मोकळी मोकळी बधायां। राजस्थान रे मांय तो पुरो फागण रो महिणो ही सतरंगी रंगा सूं रंग्यो रेवे है। सीकर रे खाटु रिंगस रो लक्खी मेळो ज्यो पुरी दुणिया रे मांय प्रसिद्ध है अर जठे भगत दूर दूर सुं पदजात्रा करता हुया खाटु श्याम जी रे दरबार मांय निशाण पताको चढा़वे है। फागण महिणा रे मांय हर घर अर मिन्दर मांय फाग उत्सव मनायो जावे है । बृज अर राजस्थान रे कृष्ण मिन्दरन् रे मांय तो फागण रो रंग ही अनूठो है। आज थे भी अपणी कलम सूं पवित्र फागण महिणा री महिमा रो बखाण करो। #YQRajasthani #म्हारी_भासा_म्हारो_स्वाभिमान