मजबूत मनोबल के लिए ईश्वर से मैंने शक्ति चाही , उन्होंने मेरा सामना मुश्किलो से करवा दिया , मैंने उनसे विचार शक्ति चाही , उन्होंने मुझे जीवन की पहेली हल करने को दी , मैंने उनसे खुशिया मांगी , उन्होंने मुझे परेशानी झेलते लोग दिखाये , मैंने उनसे संपत्ति मांगी , उन्होंने मुझे बताया कठिन परिश्रम , मैंने जब शांति की चाह जताई , उन्होंने मुझे दुसरो की मदद की राह दिखाई , ईस्वर ने मुझे वह कुछ नही दिया जो मैंने चाहा , उन्होंने मुझे वह सबकुछ दिया , जिसकी मुझे आवश्यकता थी । ( स्वामी विवेकानंद जी के विचार ) मजबूत #मनोबल के लिए #ईश्वर से मैंने #शक्ति चाही , उन्होंने मेरा सामना #मुश्किलो से करवा दिया , मैंने उनसे विचार शक्ति चाही , उन्होंने मुझे #जीवन की #पहेली हल करने को दी , मैंने उनसे #खुशिया मांगी , उन्होंने मुझे #परेशानी झेलते #लोग दिखाये ,