साँसों का चलना तुमसे, तुम से यह जिंदगानी मिरी वक़्त तुमसे हर ख़्वाब तुमसे, तुमसे यह जवानी मिरी ख़्वाहिश शुरू तुमसे, तुम ही सुकून की निशानी मिरी इश्क़ यह मन्नत सा, तुम से ही साँसो की रवानी मिरी तुम्हें सौंपते हैं हम अपनी ये 'ज़िन्दगानी' तुम्हीं से सुरू, तुम्हीं पे ख़तम हर कहानी। ख़्वाहिश है मुख्तसर सी,कम न हो कभी, हमारे इश्क़ की रक़्स-ओ-रंग-ओ-रवानी। © Sasmita Nayak #rztask92 #rzलेखकसमूह #collabwithrestzone #yqdidi #mitalovequotes #rzpicprompt2297