न ढोल ताशो में न नगाड़ों में हैं हुसैन न तजियों की तजियदारी में हैं हुसैन! न बाजे के धुन में हैं ,न मातम में हैं हुसैन अरे हुसैन तो नमाज़ , कुरान की तिलावत में हैं!! अरे हुसैन तो वह अज़ीम गाज़ी हैं ,जिसने नमाज़ में ज़ामे कौसर पी लिया और आज शराब पी कर नशा करके,ढोल और ताशे बजाकर यादे हुसैन मनाते हैं!!! इस्लाम के अलम को उठाया हुसैन ने , बातिल के आगे सर न झुकाया हुसैन ने!√ क्या होती है नमाज़ बताया हुसैन ने सज़दे में अपना सर कटाया हुसैन ने √ #WakiyayeQarbala