दर्द हकीकत बन कागज़ पर उतर आया है । तुमसे है मोहब्बत नज़्म बनकर छाया है। ।। अब तो हर वक्त याद आते हो तुम। ख्वाबों,ख्यालों में समाते हो तुम।। बेवफाई नही फितरत में शुमार तुम्हारी, फिर क्यों नज़रे चुराते हो तुम । कहते थे दो ज़िस्म एक जान हैं हम , इस बात से ,अब क्यों मुकर जाते हो तुम। रश्मि वत्स..। ©Rashmi Vats #दर्द#हकीकत#मोहब्बत#नज़्म#या#ख्वाब#ख्याल #HeartBreak