दर्दे दिल दर्दे तमन्ना क्या सुनाऊँ तु बता मर्ज़ी तेरी क्या गीत गाऊँ हर तरफ़ रोती बिलखती आत्माएं जिस्म को इनके कहाँ से मै हँसाऊँ तेरे जंगल मे खिलें हैं फूल कुछ चल उन्हे मै तोड़ कर तुझको सजाऊँ मुझको भी है सोज़ 'पीयूष' मगर आईना देखूँ तो खुद पे मुस्कराऊँ #alonsayari #syariheero