Nojoto: Largest Storytelling Platform

*मानव तस्करी* 🍃🍂🍃🍂🍃🍂 अजीब दुनिया है साहेब,

*मानव तस्करी*
🍃🍂🍃🍂🍃🍂

अजीब दुनिया है साहेब, हर चीज़ बेचा जाता है।
जानवर की है परवाह किसे, इंसान भी बेचा जाता है।

खामोश नही है ये दुनिया, फिर भी न जाने क्यों?
हर मुल्क, हर शहर , हर देश में इंसान खरीदा जाता है।

कहीं ग़ुलामी में जकड़ा,तो कहीं पे धंधा होता है।
कहीं पे ज़ुल्म सितम , तो कहीं नाच नंगा होता है।

कभी ग़रीबी में तोला जाता है, कहीं बदले की आग होती है।
बताता है ये मानव तस्कर,के इंसान कितना गन्दा होता है।

हर काल में इस दुनिया में, एक ही रंग दिखाई देता है।
आज भी , मानव तस्कर ही दुनिया का बड़ा धंधा होता है।

बन्द करो ये खेल अब तो, अब जाहिल नही कहलाते हो।,
फिर भी बोलो ये घटिया खेल, क्यों खेल के आते हो?

आवाज़ उठाने वाले नीलोफ़र, यहाँ खामोश क्यों हो जाते हैं ?
*बंद करो ये मानव तस्कर, ये भी इंसान कहलाते है*
*बंद करो ये मानव तस्कर, ये भी इंसान कहलाते है* #nilofarlove #writernilofar #alfaaz #nojoto #nojotoapps #alfaaz_mere #instapoem #ghalib #gulzarsahab
*मानव तस्करी*
🍃🍂🍃🍂🍃🍂

अजीब दुनिया है साहेब, हर चीज़ बेचा जाता है।
जानवर की है परवाह किसे, इंसान भी बेचा जाता है।

खामोश नही है ये दुनिया, फिर भी न जाने क्यों?
हर मुल्क, हर शहर , हर देश में इंसान खरीदा जाता है।

कहीं ग़ुलामी में जकड़ा,तो कहीं पे धंधा होता है।
कहीं पे ज़ुल्म सितम , तो कहीं नाच नंगा होता है।

कभी ग़रीबी में तोला जाता है, कहीं बदले की आग होती है।
बताता है ये मानव तस्कर,के इंसान कितना गन्दा होता है।

हर काल में इस दुनिया में, एक ही रंग दिखाई देता है।
आज भी , मानव तस्कर ही दुनिया का बड़ा धंधा होता है।

बन्द करो ये खेल अब तो, अब जाहिल नही कहलाते हो।,
फिर भी बोलो ये घटिया खेल, क्यों खेल के आते हो?

आवाज़ उठाने वाले नीलोफ़र, यहाँ खामोश क्यों हो जाते हैं ?
*बंद करो ये मानव तस्कर, ये भी इंसान कहलाते है*
*बंद करो ये मानव तस्कर, ये भी इंसान कहलाते है* #nilofarlove #writernilofar #alfaaz #nojoto #nojotoapps #alfaaz_mere #instapoem #ghalib #gulzarsahab