मन में एक नई उमंग नई तरंग सी उठती हैं दिलों के तार छू कर गया है कोई अब तो रात दिन बस मोहब्बत की धुन ही बजती है साज़ और सुर की बात कोई नहीं करना क्युकी प्रेम में तो राग रागनी बन मेघ धरती को चूमने बरसती हैं सूखे पेड़ो की टहनियां भी मानों पानी की बूंद को तरसती है प्रेम की बात ही निराली है यारों जो पत्थर दिल के सीने में भी बनकर एक नई साज धड़कती है ishu......❤️ #chp#love#feeling#emotions#ishanu