तहजीबे लखनऊ से है ये शाम - ए -लखनऊ, हर दर्ज़ा वाजादर है ये खज़ा- ए- लखनऊ शामिल किया था नाम में बेगम के महल को, बेगम को महल कहते थे सुल्तान - ए - लखनऊ। दुनिया में नहीं दात की छत इतनी बड़ी, और है आसिफी इमामबाड़ा की छत आने लखनऊ, छत पर बनी है भुलभुलैया की इमारत, आते है जिसे देखने अनजाने लखनऊ। #लखनऊ