दिल के हर जर्रे में बस #एक_ख्याल लिए बैठा हूँ जिंदगी को इश्क में तेरे पाएमाल किए बैठा हूँ तू रूबरू तो आ कभी थोड़ी गुफ्तगू तो कर ले मैं हृदय में कई अनसुलझे सवाल लिए बैठा हूँ आकर मुझे बयां कर तू मेरे रंग रूप की हालत सदियों हुए हैं #दर्पण से कई बवाल किए बैठा हूँ #परछाई भी साथ छोड़ रही कोस कोस कर मुझको कहती बेपरवाह इश्क में क्यों ये हाल किए बैठा हूँ समझ नहीं बिल्कुल भी मुझको इश्क के परिणामों की तुझे बना रब हाथों में आरति की थाल लिए बैठा हूँ #चौबेजी #चौबेजी #नज़्म #नोजोटो #nojoto