उफ्फ वो पायल की झंकार, हृदयस्पन्दन पर करती अनन्त वार, बारम्बार करे दिल पर अंतर्ध्वनि की सुरमई सी तेग कटार, सुमन सुरभित शुशोभित चरण कमल तेरे वो विराजमान, मनभावन,मनमोहित बोली तेरी जैसे अलि फूलन पर करे गुँजार। ★★ सभी रचनाकारों से अनुरोध है कि लिखने से पूर्व कैप्शन भली भांति पढ़ें★★★ ★ आज का विषय - 'उफ़्फ़ वो पायल' ★ चार पंक्तियों में सुंदर रचना लिखिये एवं तस्वीर के सम्मुख खाली जगह पर ही लिखने का प्रयास करें। ★ तस्वीर के ऊपर अगर शब्द आते हैं तो आपकी रचना को प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया जायेगा, इसलिए काले वाले भाग पर ही छोटे अक्षरों में लिखें। .