वो दोनों एक दूसरे से बतिया रही थीं कि, ' ' सब यही रह जाऐगा , कुछ नी पता अगले पल का कब आखिरी दिन हो। सुनो ! वो सिर्फ़ और सिर्फ़ बतिया ही रही थीं ।