Sea water लहू के अश्क बहाना हंसी मजाक़ नही फिर उनसे प्यास बुझाना हंसी मज़ाक़ नही तमाम उम्र तड़पने में बीत जाती है किसी को दिल से भुलाना हंसी मज़ाक़ नही बड़ा कठिन है कि चेहरा सजाना पड़ता है अलम को अपने छुपाना हंसी मज़ाक़ नही किसी के वास्ते ख़ुद को मिटाना पड़ता है मक़ाम दिल में बनाना हंसी मज़ाक़ नही गरज़ के बैठ गयी तक के गर्दिश ए दौरा हमारा साथ निभाना हंसी मजाक़ नही कुछ ऐसे ग़म भी उठाएं हैं तेरी फुरक़त में बा होश जिनको उठाना हंसी मज़ाक नही हर एक फ़र्द का चेहरा उदास है "तारिक़" हमारा शेर सुनाना हंसी मज़ाक नही ©Tarique Usmani #Seawater