बड़ी चिंतित हो, घबरा रही हो, ऐसा भी क्या कोई डर बैरंग वापिस जा रही हो? तुम्हारा प्यार आज भी मैं कलम में पाले बैठा हूँ और एक तुमने सिला दिया आँचल समेटे जा रही हो! गले पर हाथ फेरना जहाँ एक अनजाने सूत्र का राज है, अपना कटा तो नहीं इश्क़ में तुम्हारे पर वहाँ आज एक फंदा है, क्या कहूँ कि वो भी चुनिंदा है, कि जिससे लटकी जिंदगी से मौत भी शर्मिंदा है। #yqbaba #yqdada #yqhindi #yqquotes #yqcollab www.amazon.com/author/harshranjan