#Pehlealfaaz बहुत हुआ अब और जुल्म नहीं सहना, सोच लिया अब तेरे बिन ही है रहना, अब और नहीं तड़पना तेरी यादों में, लेजा अपनी यादें, कसमें और वादें, किसी और को मोहब्बत करनें के काम आएंगे ! बेवफा शायरी #बेनकाब शायर #Purushotamsamrat