पढ़ते रहिये फ़ातिहा उसका, भेजते रहिये दुरूद ए सलाम उसको, ये जहान तो तालीम का मक़्तल है फिर ये क़लमा ओ कलाम किसको. अरशद आलम अर्श #taleem