हैं कब ठहरे ये जुगनू वक़्त के दहलीज़ पर तेरी तू क्यूँ रुकने की इनसे हर घड़ी फ़रियाद करता है यूँ कब तक भींच कर रक्खेगा मुट्ठी बीते माज़ी की है ये अंगार जो ख़ुद जल के सबको ख़ाक करता है #YQdidi #अंजलिउवाच #जुगनूवक़्तके #अंगार #खाक़ #वक़्त #आहज़िन्दगी