भगवान ने पूछा मुझे एक रोज के तु मुझे मानता जरूर है, मगर कभी मंदिर नहीं आता ,क्यों? मैं बोला आऊ भी क्यों जब मेरे घर में भी एक भगवान है, अपनी ख़ुशीयो को दाव पर लगा कर, बस मुझे खुश रखता है, जेब छोटी हो उसकी,मगर दिल बडा रखता है। मेरी हर जिद हर ख़्वाहिश पुरी करता है, मैं दूर ना हो जाऊ कहीं इस बात से वो डरता है। हर हाल में वो मेरे साथ खड़ा होता है, मुझे नींद नहीं आती तो वो भी नहीं सोता हैं। अपनी ख़ुशी से बढकर, उसे मेरी खुशी प्यारी है, मुझे कुछ बनाने के लिए, उसने अपनी जिंदगी गुजारी है। मेरे लिए वो पुरी दुनिया से लड जाता है, कोई मुझे गलत साबित ना कर सके, इसलिए कभी कभी वो मुझे बुरा भला भी कह जाता है। उसके सामने तो मुझे ये दुनिया भी छोटी लगती है, उसकी जान मुझमे और मेरी जान उसमें बसती है, जला कर लहू अपना उसने मुझे है पाला, तु बता क्या तु मेरे लिए इतना सब कुछ कर पाता? अरे मेरी जिद पुरी करते करते तो तु मर जाता। अरे लोगों ने बताया है इसलिए तुझे भगवान के नाम से जाना है, मगर मेरे पिता को मैने भगवान से बढकर माना है , मुझे तेरे मंदिर में आने की जरूरत ही क्या, मेरे अपने भगवान का तो मेरे घर में ही ठिकाना है। #JPPANCHAL #FATHERSDAYSPECIAL