तेरे बिना सूना सा लगता है तेरे बिना कुछ अधूरा सा लगता है अब ये दो पहियों की ज़िन्दगी, नहीं काटी जाती अकेले क्युकी इस हसीं भरे मौसम मे, मै तोह हूँ पर तेरे ना होने से ये मौसम बिन मौसम बरसात सा लगता है अब तेरा सहारा चाहिए ज़िन्दगी जीने के लिए अब तेरे इशारा चाहिए ज़िन्दगी की राह पे चलने के लिए जो हुआ उसे एक भूल समझ के माफ़ कर देना और मेरा एक इंसाफ कर देना और मिलती रहना पहले जैसी मिलके खिलतीं रहना पहले जैसी #बिन मौसम बरसात का मौसम