आज जब तुम दौड़ रही थी ट्रेडमिल पर तेरे कानों के झूमर कर रहे थे घूमर तेरे सुंदर और लचीले अंग नाच रहे थे हवाओं संग बालों ने जब बिखेरी छटा मेरे दिल पर छाई घटा और मेरा दिमाग रह गया अनेक ख्यालों से अटा।। ©Mohan Sardarshahari Treadmill