ये कैसे मुमकिन हमेशा दिल वालो के ही हिस्से सितम रहा है न जाने अफ़वाह किसने फैलाई कि मेरे आंखों में गम रहा है है कुछ यहां नासमझ जो नाकाम मुझकु कह कर के हंसते हैं हमेशा क़िरदार मिरा अधूरी कहानियों में अहम रहा है ©Divu #divu_poetry 1212 212 122 1212 212 122 ✍️ #Shayar #Shayari