मंदी अपनी बंदी है तो क्या हुआ जो इसकी आदत थोड़ी गंदी है, पर मंदी तो अपनी बंदी है, थोडा रुलाएगी, और थोडा सताएगी, तुझको तेरी औकात दिखाएगी, और चुपचाप तेरी जेब खाली कर जायेगी, फिर भी तू यही कहेगा लेकिन, तो क्या हुआ जो, इसकी आदत थोड़ी गंदी है, पर मंदी तो अपनी बंदी है, लाचार बना के छोड़ेगी, बेकार बनाकर छोड़ेगी, इसकी तो आदत पुरानी है क़ि,तुझको बेरोजगार बनाकर छोड़ेगी, घर पर बैठा यही कहेगा लेकिन, तो क्या हुआ जो, इसकी आदत थोड़ी गंदी है, पर मंदी तो अपनी बंदी है, तुझको थोडा तड़पाएगी, बार बार तरसाएगी, घर पर तुझे बिठायेगी," अच्छे दिन" याद दिलाएगी, फिर भी तू यही कहेगा हँसकर, तो क्या हुआ जो इसकी आदत थोड़ी गंदी है, पर मंदी तो अपनी बंदी है... #thoda_hatt_ke😉 #मंदी #thoda_hattke #sarcasm_ke_jhatke #Democracy_ke_phatke😉