आजम लेने दे आसमां, हम भी देखें जमीन कितनी है। मिल जाएगी मंजिलें एक दिन, ये जिद्द अपनी है। पूछेगा ये जमाना हमारा पता, हमारी तो बस हसरत इतनी है। नहीं रूकेंगे हम इस अग्निपथ पर, बेशक कठिनाई कितनी भी हो। -------------आनन्द ©आनन्द कुमार #आनन्द_गाजियाबादी #Anand_Ghaziabadi #आसमां #हसरत