निकालती है इक ही आवाज़ तुझसे ही हुआ है, इसमें खुशियों का आगाज़ तेरी मोहब्बत से ही, अब धड़कता है ये दिल तू है इसकी, हर धड़कन में शामिल ना तेरे बिना इसे है चैन तेरे ही सपने अब ये देखे, दिन रैन ♥️ Challenge-567 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।