माफ़ी ए यार (सखा-सखी ) हे सखी माफ़ी ए यार ना इश्क़ चाहिए ना प्यार सखी मँगता हू तेरा प्रेम भरा दुलार सखी माफ़ी ए यार नादान सा जी मेरा करता रहता है नादानियां ए सखी लो मान लिया मे हि करता रहता हु शेतानिया माफ़ी ए यार ए मोहन सी निष्ठुर सखी , क्यों न जाने मेरा तू पीर सखी मन बावरा तुझे मालूम सखी , फिर क्यूँ दाग दिये बिरह के तीर सखी माफ़ी ए यार ना करूंगा मैं तुझे तंग सखी, कट गयी देखो मेरी पतंग सखी धूमिल हो गये देखो रंग सखी, चलो खुश रहो तुम उनके संग सखी माफ़ी ए यार - सखा (दीपक मीणा गोठवाल ) ©deep माफ़ी ए यार (सखा-सखी ) हे सखी माफ़ी ए यार ना इश्क़ चाहिए ना प्यार सखी मँगता हू तेरा प्रेम भरा दुलार सखी माफ़ी ए यार नादान सा जी मेरा करता रहता है नादानियां ए सखी लो मान लिया मे हि करता रहता हु शेतानिया