आसमां हैं यहां पे कई, तू नज़र उठा तो सही, बहती हैं हवाएं जिसमें सुगंध लिए नई, तेरे इस सपनों के जहां में ज़मीं दूर तक नहीं, जा तू अपने पंख निकाल, और ले जा एक डिबिया, ले आ सबसे मीठी हवा उस डिबिया में कैद कर तू, वो डिबिया ही तेरा दिल होगा, वो मीठी हवा तेरे सपने, फिर तुझे पंख की जरूरत नहीं, और घुल जा तू उसी मीठी हवा में कहीं, किसी दिन आएगा कोई, लेकर अपनी डिबिया नई। #dreams #beliefs #people #love