आज की सुबह ऐसी लगी है जैसे बरसों बाद नींद खुली है चहक उटा है चेहरा महक उठी है रूह बरसों बाद तुमसे मिलने जा रहा हूं अपनी जिंदगी फिर से जीने जा रहा हूं बहुत दिनों से तुम्हारी याद सता रही थी तुम्हारे लिए ही तुमसे दुरिया बनाई थी आज सारी दूरियां मिटा दुंगा तुमसे मिलने जरूर आऊंगा आते समय गुलाब लाऊंगा कली के लिए फूल लाउंगा तुम्हारे लिए तुम्हारे हर एक रंग में मैं रंगु गा तुम्हें जो पसंद है वही बात मैं आज करूंगा मेरे पसंद की तुम चिंता ना करना जैसे चाहे वैसे तैयार बैठना तुम्हारे दीदार को आज आ रहा हूं रुह को जिस्म से मिलाने जा रहा हूं ...Tohid Mulla #newday #afterlockdown #justforu