आँचल तेरे आये नि सुन माये मेरी खुशियों के सरमाये। जगह जन्न्त वो बन जाये जहां आँचल तू अपना बिछाए। तेरे आँचल तले मुझको मिले। चैन ओ सुकूं की छांव वो मुझे कोई भी ग़म छू न सके जब छू लूं मैं तेरे पाँव को। तेरे आँचल को पाने के लिए रब ने लिए अवतार कितने। तेरा मोह सबसे पाक है जग में हैं वैसे प्यार कितने। -sardaraa #sardaraa_writes #bollywood #lyricist #writer #poet shayar