"जान" सरगम तुम ही ,तुम ही मेरे हर गीत हो तुम ही धड़कन मेरी ,तुम ही मेरे मनमीत हो तेरा ही नाम बसता है मन है हृदय में बस सिर्फ तेरे एहसास है आते हो करीब जब दिल में शोर सा होता है उमड़ता हृदय में फिर प्रेम का बादल फिर सारा प्रेम तुम बरसना चाहता है मैं तेरा तोता तू मेरी मैना बन फिर एक दूजों पर सारा प्यार बरसता है कह ना पाते थे जों लफ्जों में कभी अधर -अधर फिर बतलाते है दिल के भीतर की हर तड़प को आपस में मिटाते है "जान" सरगम तुम ही ,तुम ही मेरे हर गीत हो तुम ही धड़कन मेरी ,तुम ही मेरे मनमीत हो तुम मेरी राधा मैं तेरा कृष्णा छोड़ यहां अधूरी कहानी तुम मेरी गौरी और मैं तेरा शिव प्रतीक्षा भले हो सुनिश्चित पूरा हर अध्याय अब कर -💞कवि के जज्बात💞✍️ Hello friends… Now is the time we see the twinkling stars and shiny moon on the sky…lets your imagination may ink as thoughts in this beautiful time… Wishing you all GOOD NIGHT… Hashtags are mandatory.. #writersway #penningwithww #writerswaythoughts #11_11_2022_night #YourQuoteAndMine Collaborating with Writers Way