वो ज़माना ही अच्छा था, जब चिट्ठियां लिखा करते थे।मोबाइल मे वो बात नहीं।चिट्ठियां दूर वालों को भी पास कर दिया करती थी।और मोबाइल पास वालों को भी दूर कर रहे हैं। ©Renu Malia चिट्ठी आई है,आई है चिट्ठी आई है। #worldpostday