भीड़ लगी हैं यहाँ जिसकी ख़ातिर छोड़ आया हूँ उस मुक़ाम को तन्हा बेहद क़रीब से गुज़रा हूँ मंज़िल के आसान नहीं हैं साबिर वहाँ ठैरना -साबिर बख़्शी क़रीब से गुज़रा हूँ मंज़िल के... #nojoto #safar #new #manzil #success #end #smile #nojotonews #urdu #2liner #shayari #khvaab #Friend my heartbeat झूठा शायर (दीप राही)