जिस्म से निकल कर रूह चली जाती है आसुओं का सैलाब पीछे छोड़ जाती है, जिस्म के बन्धन ने इंसान को जकड़ रखा है नश्वर शरीर के मोह ने संसार को पकड़ रखा है, तमाम ख्वाहिशों का बोझ उठाकर एक दिन जिस्म बेजान हो जाती है और रूह जिस्म के बन्धन से आज़ाद हो जाती है, कुछ रूह छोड़कर पुराना जिस्म नया जिस्म ढूंढ़ लेती है और कुछ रूह हमेशा अपनो के करीब रह जाती है...🖤 -khwaish_e_alfaaz ©Jyoti Mishra #jism#rooh #bhandhan #moh #CloudyNight #nijotohindi