न जाने क्यों बदल गये अपनी सहूलियत से मुझे अपने वक्त की दुहाई देकर कहते थे ताउम्र वफ़ा, निभायेंगे हम दगा किये यूं,उम्र भर की रूसवाई देकर। लक्ष्मी #Night #बदल #वक्त #दुहाई #वफा #दगा #उम्रभर #रूसवाई #Nojoto #kavita