न हो साहस तो कैसा जीवन,बेहतरीन जीवन के लिए साहस ही जीवन है, शूल कांटो से भरी होगी जीवन की डगर,संघर्षरत जीवन के लिए हौसला ही जीवन है, आशा व निराशा भी आएगी,कभी धूप कभी छाँव भी होगी उम्मीद का दीपक ही जीवन है, रोकना नही ,थमना नही ,बढ़ते रहो कर्मपथ पर तुम निरन्तर अनवरत, प्रयासरत ही जीवन है। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-63 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।