डियर प्रधानमंत्री महोदय आप भी तो इंसान हो फिर इंसानियत कैसे भूल गए क्यों निर्दोष लोगों के साथ फुटबॉल मैच खेल रहे हो वह निर्दोष बच्चे फुटबाल नहीं है वह इंसान हैं उन्हें बहुत दर्द होता है क्यों जात पात के नाम पर हम सब को एक दूसरे से झगड़े करवा रहे हैं आप कहते थे अच्छे दिन आएंगे अच्छे दिन तो दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं आपसे आग्रह करता हूं आप हम सबका वह बुरे दिन ही वापस कर दो वह गरीब किसान और मजदूर की मुस्कान वापस कर दो और फिर से हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई की एकता वापस कर दो Dear Prime Minister