ज़ीन्दगी जियो उस बसंत के बहार की तरह। जो लगती हो सबको एक फुहार की तरह। बनो दृढ़ निश्चयी एक चट्टान की तरह। गिरो न किसी पुराने मकान कि तरह। परहित में जलो सदैव मसाल कि तरह । लड़ो जब दुश्मनों से तो महाकाल की तरह। लालच न करो तुम किसी वैराग्य की तरह। सीतल बनाओ स्वंय को उस चांद की तरह। अगर कर ये सब ,सरल कार्य की तरह। तो दुनिया में अमर हो जाओगे भगवान की तर । जीवन मंत्र