इश्क ही नादान था या नादानी में इश्क हुआ कमबख़्त यह इश्क बड़ा बेईमान होता है l हंसकर अभी उनसे बात भी खूब होती हैं मगर हिज्र में अक्सर अश्क बदनाम होता है l मासूमियत देखकर मासूमियत से मिल गए थे मगर हुस्न का नशा भी बहुत बेकार होता है l हवायें भी मुझसे कहतीं हैं अब मिला ना करो दिल है कि मुलाकात के लिए बेकरार होता है l दिललगी में तुम्हारे वफ़ा की कसमें तो हजारों थीं मुलाकात से पता चला हर शख्स़ बेवफ़ा होता है l © अभिषेक तन्हा #Success #काव्याग्नि #अभिषेक_तन्हा #abhishektanha #abhishektiwaritanha #kawyagni #Love