दिल आज शायर हुआ करने लगा बेतुकी शायरियाँ, उसने आज पहली बार, मोहब्बत का मुझसे अर्ज़ किया! अरमानों को पँख ले, करने लगे मनमर्ज़ियाँ! पिघल गया वो पत्थर, पहली दफ़ा पुरशुकुन लगी सर्दियाँ! जादू सा कर गया धड़कने बढ़ा रही साँसों की गर्मियाँ! या रब तेरा शुक्रिया, मुद्दत बाद ही सही सुनी मेरी अर्ज़ियाँ! 🎀 Challenge-442 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 🎀 रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। 🎀 अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।