तेरे शहर से यूं ही ना गुजर जाऊंगी बन के रोशनी तेरी राहों में बिखर जाऊंगी... तू अपनी मोहब्बत में शिद्दत तो पैदा कर ज़र्रे ज़र्रे में तुझे मैं ही नजर आऊंगी...